खुशी, स्वास्थ्य और लम्बी आयु के लिए अपने मस्तिष्क की शक्ति को बढाएं, ऐसा आप कैसे कर सकते हैं

आप नास्तिक हो सकते हैं मानव जीवन की उत्पत्ति को लेकर आपका दृष्टिकोण अलग हो सकता है। लेकिन इस बात से आप जरुर सहमत होंगे कि मानव शरीर प्रकृति का सबसे विकसित और अद्भुत निर्माण है। मानव मस्तिष्क, शरीर का मुकुट और गहना है, जो इस रहस्यमयी ऑटोमैटिक सिस्टम का एकमात्र नियामक है। सामान्य भाषा में हम इसे एक सुपर कंप्यूटर के रूप में वर्णित करते है, जो गतिशील डेटाबेस को एक सुरक्षित हड्डीदार कक्ष में स्टोर करता है। हमें इस बात से अवगत होना चाहिए कि कुछ सद्गुण जन्म के साथ ही संघर्ष के लिए तैयार होते हैं, जबकि दूसरों को विकास के माध्यम से सीखा जाता है और संज्ञानात्मक रूप से विकसित किया जाता है। 20वीं शताब्दी के शुरुआती दौर के कठोर मस्तिष्क से न्यूरो सांइस (तंत्रिका विज्ञान) ने एक लंबा रास्ता तय कर लिया है, जो खुद को फिर से तैयार करने में सक्षम है। इससे अराजकता और मस्तिष्क की गतिशीलता की बेहतर समझ के लिए मार्ग प्रशस्त हुआ है और साथ ही वर्तमान क्षमता के साथ गुणवत्ता स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए स्वयं को फिर से तैयार करने के प्रति सचेत हुआ। मानव मन वैज्ञानिकों और दार्शनिकों दोनों...